
राकेश झुनझुनवाला जिन्होंने ट्रेडिंग से जबरदस्त पैसे कमाए हैं , कैसे ट्रेडिंग करते हैं। क्या ट्रेडिंग करते समय राकेश झुनझुनवाला टेक्निकल एनालिसिस का इस्तेमाल करते हैं।
क्या टेक्निकल एनालिसिस से पैसे बनते हैं
और अगर टेक्निकल से पैसे बनते हैं तो राकेश झुनझुनवाला इसका इस्तेमाल करते कैसे हैं,
उनकी क्या रणनीति है जानना चाहोगे?
अगर हां तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ते रहिये |
एक कॉन्फ्रेंस में ट्रेडिंग के बारे में चर्चा हो रही थी। लोग ट्रेडिंग के बारे में बात कर रहे थे |
की ट्रेडिंग से पैसा नहीं बनता केवल इन्वेस्टिंग से पैसा बनता है।
जैसे ही राकेश झुनझुनवाला सर ने सुना रिप्लाई में उन्होंने उनसे कहा केवल 5000 लेकर आया था अगर पैसे बने तो ट्रेडिंग से बने हैं। अगर नहीं बनते तो पैसे दिए किसने मुझे – तेरे बाप ने ya mere baap ne ,
राकेश झुनझुनवाला जितने अच्छे इन्वेस्टर है उतने अच्छे ट्रेडर भी है। पहले उन्होंने ट्रेडिंग कि , ट्रडिंग से जो पैसा बना वो पैसा उन्होंने लंबे समय के लिए निवेश किया ,
और बाद में उस पैसे ने उनके लिए काम किया।
मतलब जहा लंबे समय के लिए निवेश किया वहां पर उन्होंने जबरदस्त रिटर्न कमाए
तो जब नए लोग मार्किट में आते हैं तो राकेश झुनझुनवाला की स्ट्रेटेजी को फॉलो करना जरुरी होता है।
जितने कॉन्फ्रेंस हुए टीवी शोज हुए हैं या पार्टीज में बहुत बार राकेश झुनझुनवाला सेलेक्ट हुए हैं।
अगर वह ट्रेडिंग से पैसे बनाते हैं तो ट्रेडिंग कैसे करते हैं –
उनका सक्सेस मंत्रा है बढ़ा रे बढ़ा रे ख़रीदबानु, गरारे गिरा रे बेचबाणु ,
और उनको पूछा आप ट्रेडिंग करते कैसे हैं? ट्रेडिंग का राज क्या है और आप क्या देखते हैं तो राकेश झुनझुनवाला सर ने कहा, जब वो ट्रेडिंग करते हैं तो पहले वह डायरेक्शन ऑफ मार्केट देखते हैं ,
और जिसके लिए हर घंटे हर समय मार्केट में जाने की koi जरूरत नहीं है,
उसके बाद स्टॉक का ट्रेंड देखते हैं,
ऐसे स्टॉक ढूंढते हैं जो ट्रेंड में होते है।
वहां पर बाइंग करते हैं ,
अब उनको पूछा गया की अगर आप किसी भागते हुए शेयर को खरीदते हैं तो क्या ये सट्टा लगाने जैसा नहीं होगा क्योकि ऐसा जरुरी नहीं की वो स्टॉक ऊपर ही जाये।,
तब सर ने कहा की अगर वह 100 ट्रेड करते तो उसमें से 40 में ही सही आएंगे। उनका कहना है अगर वह शेयर में गलत जाते हैं तो सही समय पर निकल जाते हैं
सभी ट्रेडर्स को मालूम होना चाहिए कि हमें गलत होने पर कब ट्रेड से निकल जाना है।
सर कहते हैं अगर सो रुपए पर उन्होंने शेयर लियाऔर 90 के लेवल पर उन्होंने स्टॉपलॉस को डिटरमाइंड किया है। तो अगर स्टॉक उसके नीचे आ जाता है तो उसमें से निकल जाना है अगर नहीं निकले तो कभी निकल नहीं पाएंगे।
झुंझुनवाला सर ने कहा की अगर 100 में से 40 वार भी सही आते हैं तो भी अच्छा पैसा बना सकते हैं
यहां पर बहुत सारे लोग ऐसे भी है। अगर शेयर लेते हैं, नीचे जाता है। एडिंग करते चले जाते हैं ताकि उनका एवरेज प्राइस कम होता चला जाये ,
उन्होंने कहा है की अगर आपका शेयर लॉस में जा रहा है तो पहले डिटरमाइंड कर लो। कि ट्रेडिंग करते समय loss वाली ट्रेड में से kab निकल जाना है।
झुनझुनवाला सर से पूछा गया जब आप शेयर लेते हैं और अगर शेयर ऊपर चला जाये तो ट्रेडिंग करते समय और जब प्रॉफिट में रहते हैं तो उसमें से kab निकल जाते हैं,
आपका टारगेट क्या होता है और टारगेट decide कैसे करते हैं?
कोई किसी चीज का प्राइस कैसे decide कर सकता है। उन्होंने कहा,
जब वह शेयर लेते हैं और जब लेने के बाद प्रॉफिट में जाते हैं तो जब तक शेयर बढ़ता रहता है। जब तक वह प्रॉफिट देता रहता है, तो उसमें तब तक बने रहना है। जब तक वह अपट्रेंड से डाउनट्रेंड में ना चला जाए।
मतलब जब तक वहां पर टेक्निकल weakness ना आ जाए।
चार्ट के अनुसार वहां पर बेचने का सिगनल मिले। इसका मतलब है ट्रेडिंग करते समय जब हमारा स्टॉपलॉस हिट हो जाये तो निकल जाना है
जब प्रॉफिट में होते हैं जब तक स्टॉक ट्रेंड में बना रहता है, उस में बने रहना है, लेकिन लोग बिल्कुल इसका उल्टा कर देते हैं। जब लॉस में आते हैं तो उसमें बने रहते हैं,
जब प्रॉफिट में होते हैं to जल्दी निकल जाते हैं
इससे लॉस बढ़ता रहता है और प्रॉफिट बचता ही नहीं ,
लेकिन स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग रिस्की है। उनके लाइफ में ऐसे भी कुछ साल आये जहां पर उनको ट्रेडिंग से बड़े लॉस हुए , लेकिन वह जानते थे जब सस्ते वैल्यूएशन से मार्केट ऊपर जाता है और वहां पर अगर हम सही शेयर में निवेश करते हैं तो उससे जबरदस्त पैसे कमा सकते हैं और उन्होंने ये करके भी दिखाया।
वह कहते हैं ना जब लोहा गरम होता है तभी हथोड़ा मारना होता है।
अगर मार्किट में मोमेंटम है और वहां पर अगर दोबारा सिंगल मिलता है तो झुनझुनवाला सर वहां पर दोबारा खरीदारी करके पिरामिडिंग करते हैं।
तो इस प्रकार से ट्रेडिंग करते हैं राकेश झुनझुनवाला,
सर ट्रेंड को एनालाइज करके टेक्निकल एनालिसिस का इस्तेमाल करके ट्रेंड करते हैं।
अगर आपको कोई बता रहा है। की टेक्निकल का कोई इस्तेमाल नहीं है।
टेक्निकल एनालिसिस बकबास है तो देखिए सफल ट्रेडर ब्रूस कार्नर कहते हैं। अगर चार्ट को बिना देखे ट्रेड कर रहे हैं तो ये ऐसा हो गया। कि हड्डियों का डॉक्टर है।और बगैर एक्सरा देखे ऑपरेशन कर रहा है।
सर कहते हैं। अगर आपको मार्केट में सफल ट्रेडर या निवेशक बनना है तो आपको दो शादी करनी पड़ेगी। ज्यादा खुस मत होना ।
दो शादी का मतलब है एक ट्रेडिंग और एक इन्वेस्टिंग,
ट्रेडिंग एक शादी होगी। इन्वेस्टिगं एक शादी होगी। ट्रेडिंग से तो अच्छे रिटर्न कमाने हैं,
और उस पैसे को लंबे समय के लिए शेयर मार्केट में सही शेयर में निवेश करते रहना हैं
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हमारी इस पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यबाद